Sunday, June 30, 2013

"अम्मा"

मोह ममता माया में 
लिपटी एक "आत्मा"।
और कोई नहीं, वो 
है मेरी "अम्मा" ।

मेरी सोच, मेरा-
-व्यक्तित्व, उसकी छाया।
मेरा हर एक दुःख,
उसने अपनाया।

एक सच्ची मार्गदर्शक,
एक महान व्यक्तित्व।
मेरे लिए मेरे जीवन
का आदर्श चरित्र । 
जितेन्द्र गुप्ता
This poem I have written over my grandmother, whom I call "Amma".